हेलो दोस्तों . . . . . .
आज कल हममें से ज्यादातर स्टूडेंट्स की यह समस्या होती है, की वे अपने कक्षा के कुछ विषयो को नज़र अंदाज करते है। इसका कारण कुछ भी हो सकता है जैसे आपका उस विषय में रूचि कम होना या उस विषय का सही से पढ़ाई न हो पाना या फिर घरेलु काम की वजय से भी आपका उस विषय में समय न दे पाना हो सकता है।
दोस्तों यह ब्लॉग उन स्टूडेंट्स के लिए है जो अभी स्कूल या कॉलेज की पढ़ाई कर रहे है क्योंकि उन्हें परीक्षा में पास होकर सर्टिफिकेट और डिग्री प्राप्त करना है।
इसमें हम जानेंगे की कम वक्त में कैसे परीक्षा पास की जाती है। यकीन मानिए यह कई स्टूडेंट्स के साथ यह समस्या होती है परन्तु वे इन कुछ नियमों का पालन करते हुए कम समय में अपने परीक्षा को उम्मीद से अच्छे नंबरों से पास कर लेते है। तो चलिए ज्यादा वक्त न लेते हुए हम सीधे उन मुख्य बातों को देखते है जो कम समय में परीक्षा पास करने के लिए उपयोगी होती है।
नंबर १ :-
विषय का सिलेबस देखें :-
अगर आप स्कूल या कॉलेज में किसी भी पब्लिकेशन की बुक पढ़ रहे है तो आपको उस कक्षा में उस विषय से सम्बंधित सिलेबस का अच्छे से ज्ञान होना बहुत जरूरी है। क्योंकि किसी भी बुक में आप के सिलेबस से ज्यादा की जानकारी दी गयी होती है जो ज्ञान के लिहाज से तो सही होती है परन्तु परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नो के नजरिये से महत्वपूर्ण नहीं होती है। अगर आप अपनी सिलेबस को समझ लेते है तो आपको पता चल जायेगा की आपको क्या पढ़ना है और क्या नहीं पढ़ना है।
महत्वपूर्ण बिन्दु :-
- १. आपको सबसे पहले अपने विषय के सिलेबस का ज्ञान होना बहुत ही जरुरी है।
- २. आप अपने सिलेबस को ध्यान से पढ़े और फिर सिलेबस में दिए गए टॉपिक्स को अपनी बुक में ढूंढे।
- ३. अगर एक बुक से टॉपिक समझ ना आए तो दूसरे पब्लिकेशन की बुक की मदद ले।
नंबर २ :-
ज्यादा नंबर वाले चैप्टर / पाठ को छाँट ले :-
हमारे बुक में बहुत सरे चैप्टर्स दिए होते है लेकिन नंबर के लिहाज से सभी चैप्टर एक जैसे नहीं होते। इनमे से कुछ चैप्टर से परीक्षा में ज्यादा नम्बर के प्रश्न आते है तो कुछ चैप्टर से बहुत ही कम नंबर के प्रश्न पूछे जाते है।
अतः आपको ज्यादा वैल्यू वाले चैप्टर को पहले से सेलेक्ट कर लेना है इसे सेलेक्ट करने का सबसे आसान तरीका है कि आप कुछ वर्ष पुराने परीक्षा के प्रश्न प्रत्र देखे जिससे आपको पता चल जायेगा की किस पाठ से ज्यादा नंबर के प्रश्न पूछे जाते है।
इससे आपको यह आसानी से पता चल जायेगा की किस चैप्टर को ज्यादा समय देना हैं और किस चैप्टर को कम समय देना हैं। जिस चैप्टर की वैल्यू ज्यादा हैं उसे आराम से समय लेके पढ़े। और जिन चैप्टर की वैल्यू कम हैं उनके महत्वपूर्ण टॉपिक्स को ही पढ़े।
नंबर ३ :-
पुराने प्रश्न पत्र इकठ्ठा कर ले :-
अभी आपने जाना की ज्यादा नंबर वाले चैप्टर का चुनाव कैसे करे। तो इसके लिए हमें कुछ वर्ष पुराने प्रश्न पत्रों की जरुरत पड़ती है।
पुराने प्रश्न पत्र आपको अनसॉल्वड पेपर के रूप में मिल सकती है या आज कल तो सभी मटेरियल इंटरनेट पर भी उपलब्ध रहती है तो आप वहाँ से भी पुराने प्रश्न पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।
अगर आपको लगभग 5 वर्षो के प्रश्न पत्र मिल जाये तो आपका कम इससे आसानी से बन जायेगा। आप उन प्रश्नो को ध्यान से देखे की कौन से चैप्टर से हर साल प्रश्न आते है और किस चैप्टर से सबसे ज्यादा नंबर के प्रश्न आते है। अगर आप महत्वपूर्ण चैप्टर्स का चुनाव करने में सफल हो गए तो आपको परीक्षा की तैयारी करने में ज्यादा समस्या नहीं आने वाली।
नंबर ४ :-
महत्वपूर्ण प्रश्नों / टॉपिक्स के नोट्स बनाए :-
अगर आप महत्वपूर्ण चैप्टर्स का चुनाव कर लेते है तो फिर आपका अगला काम उस चैप्टर से जो जो महत्वपूर्ण टॉपिक्स हो सकते है उन्हें चुनकर उनका नोट्स तैयार करना है। क्योंकि कोई भी विषय हो उसे पढ़ना आसान होता है लेकिन अधिक दिनों तक उस पढ़े हुए टॉपिक को याद रखना बहुत मुश्किल होता है तो इस परेशानी को दूर करने के लिए हमें नोट्स का सहारा लेना चाहिए।
नोट्स का सबसे बड़ा फायदा यह है कि हम जो भी पढ़ रहे है उन्हें व्यवस्थित करके रख सकते है ताकि जरुरत पड़ने पर हम वही पढ़े जो पढ़ने की जरुरत है। इससे हम अपना काफी समय व्यर्थ होने से बचा लेते हैं।
नोट्स बनाते समय एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि आप अपने उत्तर की भाषा सरल रखे अर्थात उत्तर इस प्रकार तैयार करे जिसे आप कम समय में बिना किसी परेशानी के याद कर सके।
नंबर ५ :-
लिखकर प्रैक्टिस करे :-
हमने पहले भी इस पर चर्चा की है कि कोई भी विषय हो उसे पढ़ना आसान होता है लेकिन अधिक दिनों तक उस पढ़े हुए टॉपिक को याद रखना बहुत मुश्किल होता है तो इस परेशानी को दूर करने के लिए हमें नोट्स का सहारा लेना चाहिए।
यहाँ सिर्फ नोट्स बना लेना ही पर्याप्त नहीं हैं आपको अपने नोट्स में लिखी गयी बातो को याद रखने के लिए समय - समय पर उसे याद करना होगा और याद करने का सबसे अच्छा तरीका है हम उन बातो को लिख - लिख कर याद करे जिससे वह विषय अच्छे से तैयार हो जाए।
इसका एक और महत्वपूर्ण फायदा परीक्षा के दौरान होता हैं। क्योंकि हममे से कई स्टूडेंट्स की यह शिकायत होती है की उन्हें परीक्षा से पहले सब याद रहता हैं लेकिन वे जब लिखना शुरू करते हैं तो प्रश्नो के उत्तर के कुछ अंश भूल जाते हैं और उनका उत्तर अधूरा रह जाता हैं तो इस समस्या को दूर करने का यह सबसे आसान तरीका हैं।
" " अतः मै आप सभी से यह उम्मीद करता हूँ कि आप सभी इन दिए गए महत्वपूर्ण बिंदुओं पर गौर करेंगे और इसका पालन करते हुए अपने विषय की तैयारियों को और भी अच्छी करेंगे। " "
यदि आपको यह जानकारी अच्छी लगी तो अपने मित्रों को भी बताए। . . . . धन्यवाद।
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